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झोलाछाप डॉक्टर ने निकाल ली थी दोनों किडनी,पांच सौ बार डायलिसिस के बाद जिंदगी की हार गई सुनीता

देश के लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की शिकार मुजफ्फरपुर के सकरा की सुनीता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। उसकी मौत सोमवार को मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज में दोपहर 2.05 बजे हो गई।

दोनों किडनी निकाली

डॉक्टर ने महिला के गर्भाशय ऑपरेशन किया. इसी दौरान डॉक्टर ने महिला की दोनों किडनी निकाली दी. किडनी के निकाले जाने के बाद सुनीता की तबीयत बिगड़ने लगी. तबियत बिगड़ता देखा परिवार ने सुनीता को मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने महिला की दोनों किडनी निकाले जाने की पुष्टि की. इस बात का पता चलते ही परिवार ने झोलाछाप डॉक्टर पवन के खिलाफ सकरा थाने में FIR दर्ज कराई.

कोर्ट ने सुनाई सजा

पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए आरोपी डॉक्टर पवन को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया. कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए डॉक्टर को आरोपी पाया और फिर कोर्ट ने उस पर 7 साल की सजा और 18 हजार जुर्माना लगाया था. आरोपी डॉ पवन कुमार नवंबर 2022 से ही जेल में बंद है. सुनीता पिछले दो सालों से एसकेएमसीएच में भर्ती थी. सुनीता को अचानक से सांस लेने में परेशानी होने लगी. वहीं, इसके बाद सुनीता को खून की उल्टी हुई और फिर उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई.

एक झोलाछाप डॉक्टर ने उसकी दोनों किडनी निकाल दी थी। डॉक्टर के पास सुनीता यूट्रस का इलाज कराने गई थी। एसकेएमसीएच में कम से कम पांच सौ बार डायलिसिस किया जा चुका था।सुनीता का इलाज करने वाले डॉ आरोही बताया कि सुनीता की बीपी लो हो गई थी। उसे बढ़ाने के लिए दवा दी गई लेकिन सुनीता को नहीं बचाया जा सका। सुनीता पिछले 2 साल से ज्यादा समय से एस के मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में भर्ती थी। 3 सितंबर 2022 को मेडिकल कालेज ने ही जांच में पता चला था कि दोनों किडनी नहीं है। एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां बच्चेदानी के ऑपरेशन में सुनीता की दोनों किडनियां निकाल ली गई थी। सुनीता की लगातार डायलिसिस की जा रही थी।सुनीता को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भी कुछ लोग आगे आए लेकिन मेडिकल जांच में बात आगे नहीं बढ़ी। सुनीता को राज्य सरकार की तरफ से पांच लाख का मुआवजा भी मिला है। नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि सुनीता की अब तक 500 से अधिक बार डायलिसिस हो चुकी थी। पिछले एक महीने से उसकी हालत ज्यादा खराब थी इसलिए हर रोज उसकी डायलिसिस की जा रही थी।सुनीता का गुनाहगार झोलाछाप डॉक्टर जेल में है। मुजफ्फरपुर कोर्ट ने कांड के दोषी पवन कुार को सात साल की सजा सुनाई। उस पर 18 हजार का जुर्माना भी लगाया गया था। साल 2022 में 3 सितंबर को पवन ने यूट्रस के ऑपरेशन के दौरान दोनों किडनी निकाल दी थी। इ पांच सितम्बर को उसे खराब हालत में एसकेएमसीएच पहुंची थी। जांच के दौरान पता चला कि उसकी दोनों किडनी गायब है। स कांड का एक आरोपी डॉक्टर आरके सिंह फरार है। कोर्ट के आदेश पर उसके घर की कुर्की भी हो चुकी है।

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