तेहरान: इजरायल हमास युद्ध में बड़ा मोड़ आ गया है। ईरान ने ऐलान किया है कि हमास सरगना इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या कर दी गई है। 62 साल का इस्माइल हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्किआन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने गया था। ईरान ने इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। इससे पहले इस्माइल हानिया के तीन बच्चों और 4 पोतों को भी अप्रैल में इजरायल ने हवाई हमले में मार गिराया था। यही नहीं हानिया की बहन की भी पिछले महीने हत्या कर दी गई थी। इस्माइल हानिया लंबे समय से हमास का राजनीतिक नेतृत्व कर रहा था। गत नवंबर महीने में इस्माइल हानिया का गाजा स्थित घर भी इजरायल ने उड़ा दिया था। इजरायल का दावा है कि हानिया के घर का इस्तेमाल आतंकी घटनाओं के लिए किया जा रहा था।
इस्माइल हानिया अक्सर कतर में रहता था लेकिन उसके घर में वहां अक्सर हमास का नेतृत्व जमा होता रहता था। इस्माइल हानिया का जन्म गाजा शहर के पास एक शरणार्थी शिविर हुआ था। हानिया 1980 के दशक में पहले इंतिफादा के बाद हमास में शामिल हुआ था। जैसे जैसे हमास की ताकत बढ़ी, हानिया भी आगे बढ़ता गया। उसे साल 2004 में सीक्रेट ‘सामूहिक नेतृत्व’ का हिस्सा बनाया गया। उसे साल 2006 में फलस्तीनी प्राधिकरण ने प्रधानमंत्री नियुक्त था। साल 2017 में हानिया हमास का चीफ बन गया और साल 2017 में अमेरिका ने उसे खासतौर पर वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया था।
इस्माइल हानिया की हत्या पर क्या बोला हमास
इतने सालों में हानिया कई ऐसे शांति वार्ताओं में शामिल रहा जिसमें दुनिया के दिग्गज नेता शामिल रहे। उसने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर, कतर के अमीर और चीनी राजनयिक वांग केजिआन शामिल हैं। कतर में रहने के दौरान इस्माइल हानिया ने जोर देकर कहा था कि उसकी मौत के बाद सीजफायर और बंधक संकट को लेकर चल रही बातचीत पर कोई असर नहीं होगा। उसने कहा था कि जो लोग मेरे बच्चों को मारकर यह सोच रहे हैं कि हमास अपनी मांगों को लेकर झुक जाएगा, वे भ्रम में हैं। इस बीच हानिया की हत्या के बाद इजरायल की सेना ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है –