भिलाई। बलौदा बाजार में हुई हिंसा आई मामले में पुलिस भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने पहुंची है। पुलिस ने घर को चारो तरफ से घेर लिया है। पुलिस के पहुंचते ही उनके समर्थक भी पुलिस का विरोध करने पहुंच गए है। माहौल को गरमाता देख कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज भी भिलाई पहुंच गए है। इस बीच यादव और उनके समर्थकों के बीच जमकर बहसबाजी हो रही है।
बलौदा बाजार हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी मामले में बलौदा बाजार पुलिस भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर पहुंची है। बलौदा बाजार पुलिस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ़्तार कर सकती है। समर्थकों और पुलिस के बीच चल रही बहस बाजी हो रही है। माहौल तनावपूर्ण बनता जा रहा है। पुलिस के आला अधिकारी हालत पर नजर बनाए हुए है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है, न ही मीडिया से बात की है। बलौदा बाजार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह, कोतवाली के थाना प्रभारी अजय झा सहित बड़ी संख्या में बल भिलाई नगर पहुंची है। साथ ही भिलाई पुलिस के सहयोग से बलौदा बाजार पुलिस भिलाई नगर स्थित विधायक देवेंद्र यादव के घर पर पहुंची है जहां पुलिस के आने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में विधायक देवेंद्र यादव के सहयोगी और कार्यकर्ता पहुंचकर धरना प्रदर्शन और पुलिस की मौजूदगी का विरोध दर्ज करने लगे। साथ ही कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच यहां पर बहस की स्थिति भी निर्मित हुई है।
यह हैं मामला
10 जून 2024 को बलौदा बाजार में सतनाम पंथ का विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम था। प्रदर्शन हिंसक उपद्रव में बदल गया था। भीड़ ने बलौदा बाजार जिला मुख्यालय में जमकर तोड़फोड़ करते हुए कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दिया था। पुलिसकर्मियों पर प्राणघातक हमला किया। इस घटना में 12.53 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। इस मामले में पुलिस लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है अब तक 178 उपद्रवी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दिन में ज्यादातर भीम आर्मी, भीम रेजीमेंट भीम क्रांतिवीर, कांग्रेस सहित अन्य दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी हैं। पुलिस का दावा है कि, भीड़ को सभा स्थल पर उत्तेजक भाषणों के द्वारा हिंसा के लिए भड़काया गया। जिस सभा स्थल पर उत्तेजक भाषण दी जा रही थी, वहां भिलाई विधायक देवेंद्र यादव अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। विधायक देवेंद्र यादव को बलौदा बाजार पुलिस ने इस मामले में नोटिस देकर बुलाया था। विधानसभा सत्र के दौरान विधायक देवेंद्र यादव ने 22 जुलाई को बलौदा बाजार कोतवाली पुलिस थाने आकर बयान दर्ज कराए थे। लेकिन बाद में सीसीटीवी और अन्य माध्यम से मिले वीडियो फुटेज से कई और जानकारियां पुलिस को हुई, इस पर पुलिस आगे की पूछताछ के लिए भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को नोटिस जारी कर बुलाई थी।
11 अगस्त को भेजी नोटिस
पुलिस आगे की पूछताछ के लिए विधायक देवेंद्र यादव को 11 अगस्त को धारा 160 के तहत फिर नोटिस दिया और 16 अगस्त को तलब किया। नोटिस में पुलिस ने लिखा-“22 जुलाई को आपका कथन दर्ज किए जाने के पश्चात साक्ष्य संकलन में प्राप्त तथ्यात्मक बिंदुओं पर आपसे अग्रिम पूछताछ की स्थिति उत्पन्न हुई है। इन तथ्यात्मक बिंदुओं पर आपसे सूक्ष्म एवं प्रभावी पूछताछ कर जानकारी प्राप्त किए जाने के संबंध में आपकी उपस्थिति आवश्यक है। इस नोटिस के बाद देवेंद्र यादव ने 16 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस और राज्य की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।
विधायक दिया नोटिस का जवाब
जानकारी के मुताबिक बलौदा बाजार पुलिस की नोटिस पर विधायक देवेंद्र यादव ने अपना जवाब पुलिस को भेजा है। विधायक यादव ने पत्र में लिखा- “मैंने पूर्व में उपस्थित होकर कथन दर्ज कराया था तथा भविष्य में भी आपके अनुसंधान में हर संभव सहयोग करना चाहता हूं, किंतु आज दिनांक 16 अगस्त से एक सप्ताह तक मैं पार्टी के एवं पूर्व निर्धारित अतिआवश्यक कार्यक्रमों में अत्यंत व्यस्त रहूंगा तथा कार्यक्रम भिन्न भिन्न स्थानों पर होने के कारण आपके समक्ष उपस्थित हो पाने में असमर्थ हूं। अंतः आगामी सूचना पश्चात अनिवार्य हो तो आप मेरा कथन वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से या मेरे कार्यालय में उपस्थित होकर के प्राप्त कर सकते हैं।
देवेंद्र यादव को बचा रहे समर्थक
जब पुलिस बलौदाबाजार हिंसा मामले में कार्रवाई करने देवेन्द्र यादव के घर पहुंचीं तो समर्थकों ने अधिकारियों का रास्ता रोक लिया। इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। बता दें कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव का नाम सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थीं। गिरफ्तारी से पहले देवंद्र यादव कों पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन, देवेंद्र यादव थाने नहीं गए।
देवेंद्र यादव ने कहा –
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि – मेरे द्वारा सतनामी समाज की आवाज उठाना विष्णुदेव सरकार को नागवार गुजरा। बलादाबाजार पुलस सुबह से मेरे घर को छावनी बनाकर रखी है। बिना किसी सूचना वो घर में दाखिल होने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार अपना निकम्मापन छुपाने अब इस स्तर तक गिर चुकी है।