बांग्लादेश में अराजकता के बीच हिन्दू मंदिरों और नेताओं पर हमले किए जा रहे हैं। इस्कॉन मंदिर पर हमला करके उसे जला दिया गया। मंदिर में मौजूद भक्तों को भागकर जान बचानी पड़ी। हिंदू नेताओं की हत्या की भी रिपोर्ट सामने आई है। इस बीच सेना ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
ढाका: बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफा देकर भागने के बाद देश के अंदर हिंदुओं के ऊपर अत्याचार शुरू हो गया है। बांग्लादेश में जगह-जगह पर हिन्दू मंदिरों और हिंदू समुदाय पर हमले की खबरं आ रही हैं। बांग्लादेश से आ रही रिपोर्ट से पता चलता है कि हिंदुओं के घरों और मंदिरों को निशाना बनाया गया है। इस्कॉन और काली मंदिर पर हमले हुए हैं, जिसके बाद हिंदुओं को जान बचाने के लिए छिपना पड़ा है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रंगपुर से हिंदू काउंसलर काजल रॉय की उपद्रवियों ने हत्या कर दी। इस बीच बांग्लादेश की सेना हिन्दू अल्पसंख्यकों की सरक्ा के लिए सामने आर्द है।
दो हिंदू नेताओं की हत्या
ये हेल्पलाइन नंबर तब जारी किए गए, जब देश में कई जगहों पर हिंू समुदाय पर हमले की खबरेंसामने आईं। उपद्रवियों ने शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं पर हमले के साथ ही अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। राजधानी ढाका में स्थित भारतीय सांस्कृतिक केंद्र में तोड़फोड़ की गई है। कम से कम दो हिंदू पार्षदों की हत्या की खबर है। काजल रॉय के अलावा रंगपुर जिले में अवामी लीग के हराधन रॉय की गोली मारकर हत्या कर दी गईं। सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट में बताया है कि हराधन रॉय की पीट-पीटकर हत्या कर दी गर्ड।
इस्कॉन मंदिर पर हमला
हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद की काजल देबनाथ ने बताया है कि तनाव के बीच समुदाय डरा हुआ है। इस्कॉन इंडिया के प्रवक्ता, युधिष्ठिर गोविन्द दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि संस्था के एक मंदिर पर हमला किया गया और मूर्तियों को तोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि तीन मंदिर में मौजूद तीन लोगों ने भागकर जान बचाई। उन्होंने कहा, मुझे जो सूचना मिली है, उसके अनुसार मेहरपुर (खुलना डिवीजन) में हमारे एक केंद्र को भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियों के साथ जला दिया गया। केंद्र में जो तीन श्रद्धालु रह रहे थे, वे किसी तरह जान बचाने में सफल रहे।