हिंसा और आगजनी के बीच अब उपद्रवियों ने अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। भीड़ चुन-चुनकर हिंदुओं को निशाना बना रही है। घरों में आग लगाई जा रही है। दुकानों को लूटा जा रहा है। 27 जिलों में हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया गया है। लोगों का कहना है कि ऐसा कोई इलाका या जिला नहीं बचा है, जहां सांप्रदायिक हमले न हुए हों। घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमलों के बारे में देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार खबरें मिल रही हैं।
कंफ्यूटर की दुकान में लूटपाट
दंगाइयों ने नगरपालिका सदस्य मुहिन रॉय की कंप्यूटर दुकान में भी तोड़फोड़ करने के साथ लूटपाट की है. कालीगंज उपजिला के चंद्रपुर गांव में 4 हिंदू परिवारों के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है. हातिबंधा उपजिला के पुरबो सरदुबी गांव में 12 हिंदुओं के घरों में आग लगा दी गई है.
घरों में घुसकर की गई तोड़फोड़
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक पंचगढ़ में कई हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है. ओइक्या परिषद के महासचिव मोनिंद्र कुमार नाथ ने बताया कि ऐसा कोई क्षेत्र या जिला नहीं बचा है, जहां हिंदुओं पर हमले नहीं हुए. उनके पास अलग-अलग इलाकों से लगातार हमलों की जानकारी आ रही है.
मंदिर में तोड़फोड़, घरों पर अटैक
रिपोर्ट के मुताबिक हिंदुओं को घरों से निकालकर पीटा जा रहा है. उनकी दुकानों में लूटपाट की जा रही है. इन हमलों के कारण हिंदू डर के साए में रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि दिनाजपुर कस्बे और दूसरे उपजिलों में 10 हिंदुओं के घरों पर हमला हुआ है. हमलावरों ने कस्बे के रेलबाजारहाट में एक मंदिर में भी तोड़फोड़ की है.
300 हमलावरों ने फूंक दी बिल्डिंग
बांग्लादेश हिंदू-बुद्ध ईसाई परिषद के महासचिव उत्तम कुमार रॉय ने बताया कि खानसामा उपजिला में तीन हिंदुओं के घरों पर हमला किया गया. लक्ष्मीपुर में गौतम मजूमदार ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे 200-300 से ज्यादा हमलावरों ने उनकी दो मंजिला इमारत में आग लगा दी.
भीड़ ने हिंदुओं के घरों को बनाया निशाना
खुलना में बिमान बिहारी अमित और अनिमेष सरकार के घरों पर शाम करीब 5 बजे तोड़फोड़ की गई. रूपशा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हैसगती गांव के श्यामल कुमार दास और स्वजन कुमार दास के घरों पर भी हमला किया गया और लूटपाट की गई.