छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां उल्टी-दस्त से पीड़ित एक लड़की को गलत इंजेक्शन लगा दिये जाने के कारण अब उसका हाथ काटने की नौबत आ गई है। इस मामले को लेकर आज लड़की के परिजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और मामले की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, लड़की के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी मुस्कान को सामान्य रूप से उल्टी दस्त होने के बाद उसे उपचार के लिए संत बाबा गुरुघासीदास शासकीय चिकित्सालय में चार अगस्त को भर्ती कराया गया था। इस दौरान वहां एक महिला चिकित्सक के द्वारा लिखी गई दवा को इंजेक्शन के माध्यम से वहां के स्टाफ ने मुस्कान रात्रे के दाएं हाथ में लगाया। इसके बाद उसके हाथ ने काम करना बंद कर दिया और पूरा हाथ काला पड़ जाने के बाद उसे इलाज के लिये रायपुर रेफर कर दिया गया। अधिक इंफेक्शन हो जाने की संभावना से वापस रायगढ़ लाकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका हाथ काटने तक की नौबत आ गई है।
छह अगस्त को लेकर गए रायपुर
पीड़िता की मां गंगाबाई रात्रे ने बताया कि मुस्कान को 06 अगस्त को रायपुर के एक निजी अस्पताल ले जाने के बाद वहां मौजूद डाक्टरों ने उन्हें बताया कि मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में जो इंजेक्शन मुस्कान को लगाया गया है उसी के इंफेक्शन के कारण स्थिति गंभीर हो गई है तथा उसके हाथ का इलाज हो पाना अब संभव नहीं है। जिसके बाद वे सभी वापस रायगढ़ लौट आए हैं।
निजी अस्पताल में चल रहा उपचार
पीड़िता की मां गंगाबाई रात्रे ने यह भी बताया कि रायपुर से रायगढ़ लाकर वह अपनी बेटी का एक निजी अस्पताल में उपचार करा रही है। जहां के डॉक्टर का कहना है कि इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने के कारण अब ऑपरेशन करके हाथ के आधे हिस्से को काटना पड़ सकता है।
परिजन ले चुके हैं कर्ज
पीड़िता की मां गंगाबाई रात्रे ने बताया कि वह गरीब परिवार से है और अपनी बेटी के इलाज के लिये अभी तक अपने रिश्तेदारों से एक लाख रूपये तक का कर्ज लेकर अपनी बेटी का उपचार करा रही है। इसके बावजूद उसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा है। पीड़िता की मां का यह भी कहना था कि हाथ कट जाने से उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। इसलिए उन्हें अब मुआवजे की आस है।
महिला के पति की हो चुकी है मृत्यु
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल को सौंपे गए ज्ञापन में महिला ने कहा है कि उसके पति का निधन हो जाने के बाद वह मजदूरी करके अपना व अपनी बेटी का पालन पोषण कर रही है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज की महिला चिकित्सक की लापरवाही की वजह से बेटी का हाथ काटने तक की नौबत आ गई है, जिससे उन्हें आर्थिक व मानसिक रूप से क्षति पहुंची है। महिला ने संबंधित अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारी पर तत्काल उचित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।