रायपुरः मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस ने 24 जुलाई को विधानसभा घेराव प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद रायपुर मेयर एजाज ढेबर के ऊपर मामला दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने के बाद सोमवार को एजाज ढेबर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ एसपी से मुलाकात करने के लिए एसपी ऑफिस पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एसएसपी संतोष सिंह से कहा कि मैं आत्महत्या कर लूंगा और आपके नाम का लेटर लिखकर जाऊंगा। इसके लिए आप जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि इस एफआईआर को वापस लिया जाए या फिर उन सभी 25 हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए जो इस प्रदर्शन में शामिल थे।
अधिकरी ने कहा कहा- आपको जो करना है आप तय करिए
जानकारी के अनुसार, एसएसपी से बातचीत को दौरान एजाज ढेबर ने कहा कि मैं बहुत दुखी हू अगर आप इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करेंगे तो में सुसाइड कर लूंग। हालांकि इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा। बाकी आपको जो करना है आप खुद तय करिए।
पहली बार मेरे खिलाफ इस तरह की धाराएं
मीडिया से चर्चा करते हुए एजाज ढेबर ने कहा कि मैं शहर का पहला व्यक्ति हूं। संवैधानिक पद पर हूं। इसके बाद भी मेरे खिलाफ टारगेट एफआईआर दर्ज की गई है। मैंने अपनी मेडिकल रिपोर्ट दिखाई है। पुलिस को पहले के वीडियो दिखाए हैं। वीडियो में पुलिसकर्मी मुझे मार रहे हैं। मेरी एक पसली टूरट गई है। मेरे खिलाफ पहली बार इस तरह की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। बलवा समेत कई धाराओं को जोड़ा गया था।
उन्होंने कहा कि जो वीडियो दिखाए गए हैं वो वीडियो का एक पहलू है। जब धरना प्रदर्शन होते हैं तो इस तरह की धकका मुक्की होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि इस तरह से टारगेट करके एफआईआर दर्ज कर ली जाए। मैंने आज आवेदन दिया है। अधिकारियों को अब इस मामले में संज्ञान लेना है।
क्या है मामला
दरअसल, 24 जुलाई को कांग्रेस ने विधानसभा घेराव का प्रदर्न किया था। इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ कांग्रेस के सभी सीनियर नेता शामिल हुए थे। एजाज ढेबर भी इस प्रदर्शन मेंशामिल थे। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने विधानसभा मार्ग में पांच लेयर की व्यवस्था की थी। इसी दौरान एक वीडियो सामने आया था जिसमें एजाज ढेबर बैरिकेट को तोड़ रहे हैं और पुलिसकर्मीं के साथ धक्कामुक्की कर रहे हैं। इसी वीडियो के आधार पर ढेबर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।