छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के छोटे भाई की रेलवे ट्रैक पर लाश मिली. कपड़ों से भाजपा नेता की पहचान हुई. जिसके बाद पूरा पुलिस महकमा घटना स्थल पर पहुंच गया. काफी संख्या में भाजपा नेता के समर्थकों की मौके पर भीड़ लग गई
जांजगीर चांपा: नैला रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 और नैला केबिन के बीच शुक्रवार की रात अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली. घटना की सूचना मिलने पर आसपास के लोगों ने शव की पहचान की. डेड बॉडी की पहचना नैला के भाजपा नेता शेखर चंदेल के रूप में हुई. शेखर चंदेल पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के छोटे भाई हैं और राजनीति में सक्रिय थे.
नारायण चंदेल के छोटे भाई की मौत: शुक्रवार की रात भाजपा नेता शेखर चंदेल की मौत की सूचना की खबर फैलने पर पुलिस अधीक्षक सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे. भारी तादात में समर्थक और स्थानीय लोग भी घटना स्थल पर पहुंच गए. शव का पंचनामा कर देर रात पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.
भाजपा नेता की रेलवे ट्रैक पर लाश: शेखर चंदेल की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ हैं. बताया जा रहा हैं कि शेखर चंदेल अपने राइस मिल से रात साढ़े 8 बजे पैदल निकले थे. मोबाइल में चर्चा करते हुए जा रहे थे. जिसके बाद रात लगभग 10 बजे ट्रेन से युवक के कटने की सूचना मिली. शर्ट से मृतक की पहचान हो सकी. मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने में पुलिस जुट गई हैं.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष के छोटे भाई: शेखर चंदेल वर्तमान में स्काउट गाइड के जिला मुख्य आयुक्त के पद पर थे. जोला पंचायत सदस्य के लिए भी चुनाव लड़ चुके हैं.शेखर चंदेल की मौत की सूचना मिलने के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हैं. रात से ही जिला अस्पताल परिसर में लोगो का आना जाना शुरू हो गया हैं.
आत्महत्या के पीछे के कारणों का नहीं चला पता
भाजपा नेता शेखर चंदेल ने जांजगीर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या की। हालांकि, मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिससे आत्महत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। घटना की जानकारी मिलने पर आरपीएफ और जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
देर रात तक आस-पास के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग वहां इकट्ठा हो गए। पुलिस ने शव को एंबुलेंस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। पुलिस अब परिजनों से पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।