बिलासपुर में पिछले 48 घंटे में एक पागल कुत्ते ने 8 मासूम बच्चों को काटा है। इनमें से 3 बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। कुत्तेने बच्चे के चेहरे का मांस नोच लिया तो एक के सिर पर हमला करने से 15-20 टांके लगे हैं। बच्चों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज जारी है।
शहर में 8 हजार से ज्यादा आवारा कुत्ते घूम रहे हैं। शिकायत के बाद शुक्रवार की शाम नगर निगम की टीम ने घेराबंदी कर कुत्ते को पकड़ लिया।
3 बच्चे सिम्स में भर्ती
देवरीखुद के वार्ड -43 के सफेद खदान क्षत्र में गुरुवार को एक डॉगी ने छोटे बच्चों से लेकर युवाओं को काटने के लिए दौड़ाने लगा। मोहल्ले के बड़े लोग कुत्ते से जैसे-तैसे बच गए। लेकिन छोटे बच्चे उसका सामना नहीं कर पाए।
कुत्ते ने एक-एक कर 6 बच्चों को बुरी तरह से काट लिया। तीन बच्चों को सिम्स में भर्ती कराया गया। एक दो दिन के भीतर सभी बच्चों को डिस्चार्ज किया जाएगा।
निगम की टीम ने कुते को पकड़ा
इसके बाद कुत्ता देवरीखुर्द के वार्ड क्रमांक-42 के सतबहनिया दाई मंदिर के पास पहुंच गया। शुक्रवार की सुबह मंदिर के पास खेल रहे एक और बच्चे को काट लिया। इससे परेशान होकर मोहल्लेवासियों ने इसकी जानकारी वार्ड पार्षद लक्ष्मी यादव को दी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए पार्षद ने तत्काल इसकी जानकारी नगर निगम आयुक्त अमित कुमार को दी। जब आयुक्त ने तत्काल पागल कुत्ते को पकड़ने के निर्देश दिए। वहीं, शुकवार की दोपहर टीम ने सतबहनिया मंदिर के पास पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद कुते को पकड़ लिया।
डॉग बाइट के रोजाना 20 से30 मामले
निगम सीमा कषेत्र में कुतों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है। शहर के हर मोहल्ले में कुत्तों के बड़े-बड़े झुंड हैं। रात के समय में ये आतंक मचाते हैं। शहर क्षेत्र में हर दिन कुत्तों के काटने के औसतन 20 से 30 मामले सामने आ रहे हैं। जिनका इलाज सिम्स और जिला अस्पताल में किया चल रहा है।
हर दिन मचा रहे आतंक
वार्ड-42 की पार्षद लक्ष्मी यादव का कहना है कि, कुत्ते के बच्चों को काटने का यह पहला मामला नहीं है। आए दिन कुते के काटने के मामले सामने आते रहते हैं। इस मामले में कुत्े को जल्दी नहीं पकड़ा जाता तो और भी बच्चों को पागल कुत्ता नुकसान पहुंचा सकता था। आयुक्त को जानकारी देने के बाद कुत्ते को पकड़ा गया।