छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में इलेक्ट्रिकल दुकान में काम करने वाले लड़के की लिफ्ट में फंसकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लड़के का सिर चौथे फ्लोर पर सामान ले जाते वक्त लिफ्ट में फंस गया। दुकान में काम करने वाले 15 साल के सुमित केंवट की जान गई है। पूरा मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है।
बताया जा रहा है कि विशाल इलेक्ट्रिकल्स के संचालक भरत हरियानी के घर पर जूना पारा निवासी सुमित केंवट उर्फ छोटू की मां भी काम करती है तो वहीं सुमित भी दुकान में काम करता था । आज बुधवार सुबह वह दुकान में मौजूद लिफ्ट के सहारे चौथी मंजिल पर सामान चढ़ा रहा था। आशंका है कि इसी दौरान लिफ्ट से उसने अपना सर बाहर निकाला होगा और उसका सर दीवार से जा टकराया, जिस वजह से उसकी मौत हो गई ।
दुकान संचालक भरत हरियानी जब दुकान में पहुंचे तो उन्होंने लिफ्ट से खून बहता देखा। इसके बाद इस घटना की जानकारी हुई। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। माना जा रहा है कि लापरवाही और दुर्घटना वश हुए हादसे में सुमित केंवट की जान चली गई, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर एक बाल श्रमिक विशाल इलेक्ट्रिकल्स में कैसे काम कर रहा था। हालांकि दुकान के संचालक बोले रहे हैं कि सुमित केवट उनका कर्मचारी नहीं था, बल्कि उसकी मां उनके यहां काम करती है और इसी वजह से वह उसे छोड़कर चली जाती है। जबकि सुमित केवट की उम्र 15- 16 साल है और वह कोई बच्चा भी नहीं है कि उसकी मां उसकी देखभाल के लिए उसे छोड़कर जाए।
दूसरी ओर दुकान संचालक यह भी कह रहे हैं कि उनके यहां काम करने के लिए छोटू कभी आता था कभी नहीं आता था। यानी दुकानदार के बयान में ही विरोधाभास है। इसलिए बाल श्रमिक से काम करवाने की वजह से दुकान संचालक पर भी कार्यवाही हो सकती है। सिटी कोतवाली पुलिस ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही हमारी टीम मौके पर पहुंची। जहां से शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। हादसे को लेकर मर्ग कायम कर लिया गया है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।