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बीजापुर: शहीद की पत्नी की अशिक्षा का अनुचित लाभ उठाते हुए, एक व्यक्ति ने उसके खाते से 50 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर दिए। इस मामले में पति-पत्नी को गिरफ्तार किया गया है।

बीजापुर के टेकुलगुडम में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवान की पत्नी की अशिक्षा का लाभ उठाकर अपने अलग-अलग बैंक खातों में पचास लाख रुपये आहरण करने वाले पति-पत्नी को शहीद की पत्नी की शिकायत पर बीजापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

बीजापुर के टेकुलगुडम में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवान की पत्नी की अशिक्षा का लाभ उठाकर अपने अलग-अलग बैंक खातों में पचास लाख रुपये आहरण करने वाले पति-पत्नी को शहीद की पत्नी की रिपोर्ट पर बीजापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही उनके पास से लैपटॉप, बायो मैट्रिक मशीन और नगद राशि जब्त की गई है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतियां अड़मे सोढ़ी पति स्व. सनकू सोढ़ी उम्र 38 निवासी पेद्दापाल थाना मिरतुर जिला बीजापुर ने लिखित में आवेदन देकर बताया कि उनके पति स्व. सनकू सोढ़ी तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकुलगुडम में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। जिनकी शासन द्वारा अनुदान राशि 50,41,118 रुपये पीड़िता के बैंक खाते में जमा थी। पीड़िता के अशिक्षित होने के कारण बैंक के काम के लिए अपने रिश्तेदार मनोज गोटे पिता रमैया गोटे उम्र 31 और उनकी पत्नी मनीषा गोटे उम्र 26 निवासी रालापल्ली थाना भोपालपटनम की मदद लिया करती थी।

पीड़िता के अशिक्षित होने का फायदा उठाकर आरोपी पति पत्नी द्वारा 12/7/2021 से 30/6/2024 के बीच में पीड़िता के खाते में जमा पूरी राशि खाते से निकाल कर खाता खाली कर दिया। मामले की रिपोर्ट पर बीजापुर थाना में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। मामले में एसपी जितेंद्र कुमार यादव व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवर्णा व आला अफसरों के निर्देश पर बीजापुर थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित किया गया। कानूनी कार्यवाही करते हुए गठित की गई टीम के द्वारा आरोपी पति पत्नी को भोपालपटनम से हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में आरोपी पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया, किंतु पूछताछ में उलझकर आरोपियों द्वारा अपराध करना स्वीकार कर लिया।

अभियुक्त मनोज गोटे ने बताया कि पीड़िता के विश्वास और अशिक्षा का लाभ उठाकर उसे बैंक ले जाकर उसके पैसे को अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिया और पीड़िता को बताया कि उसने उसके पैसे को बैंक में फिक्स डिपॉजिट करवा दिया है। अभियुक्त मनोज गोटे स्वयं एक च्वाईस सेंटर चलाता है। उसे बैंक के कामकाज की अच्छी जानकारी होने के कारण उसने पीड़िता के अंगूठे का नकली नमूना तैयार किया और दोनों अभियुक्तों, पति-पत्नी ने मिलकर पीड़िता के खाते से पिछले तीन वर्षों में 50 लाख रुपये अवैध तरीके से निकाल लिए। यह भी पता चला है कि अभियुक्तों के अलग-अलग बैंकों में 10 खाते हैं। पुलिस ने अपनी जाँच के दौरान मनोज गोटे द्वारा तैयार किए गए पीड़िता के नकली अंगूठे के नमूने, अभियुक्त के लैपटॉप, बायोमैट्रिक मशीन और नकद राशि को जब्त कर लिया है। अभियुक्त पति-पत्नी के विरुद्ध कोतवाली थाने में वैधानिक कार्यवाही की गई है और उन्हें न्यायिक रिमांड पर बीजापुर न्यायालय में पेश किया गया है।

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