छत्तीसगढ़ के सीएम मुख्यमंत्री आवास में राखी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान एक दिव्यांग ने सीएम विष्णुदेव साय को अपने पैरों से राखी बांधी। दिव्यांग के बारे में अधिकारियों ने बताया कि उसके दोनों हाथ नहीं है इसके बाद भी वह अपना सारा काम खुद पैरों से कर लेती है।
रायपुर: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राखी बांधी गई। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रायपुर की संचालिका ब्रह्मकुमारी सविता बहन एवं ब्रह्मकुमारी रश्मि बहन ने मुलाकात कर मुख्यमंत्री साय को राखी बांधी। इस दौरान उन्होंने उनके स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए मंगलकामनाएं की। मुख्यमंत्री साय ने इस स्नेह और सम्मान के लिए ब्रह्मकुमारी दीदीयों का आभार प्रकट किया। पूरे प्रदेश में रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। बहनें अपने भाईयों के हाथ में रेशम का धागा बांधकर उनके लंबी उम्र की कामना कर रही हैं।
पैरों से सीएम को बांधी राखी
हाथ नहीं, लेकिन पैरों से वर्षा धु्व्र ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राखी बांधी। रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पहुंची धमतरी की दिव्यांग बालिका वर्षा ध्रुव ने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं, मैंने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। जैसे एक भाई अपनी बहन की रक्षा करते है, वैसे ही हमारे मुख्यमंत्री प्रदेश की बहनों की रक्षा करते हैं। धमतरी की दिव्यांग बालिका वर्षा ध्रुव ने पैरों से राखी बांधी और मुख्यमंत्री श्री साय को अपनी पैरों से मिठाई भी खिलाई। मुख्यमंत्री इस दौरान थोड़े भावुक भी हुए और कहा कि वर्षा की जीजीविषा और स्नेह ने इस मौके बहुत खास बना दिया है।
सीएम ने गिफ्ट में दी मिठाई
मुख्यमंत्री साय ने वर्षा को उपहार स्वरूप मिठाईयां भेंट की और उसे सुखद भविष्य की शुभकामनाएं दी। गौरतलब है कि वर्षा ध्रुव धमतरी में दिव्यांग बच्चों के लिए कार्य कर रही संस्था एक्ज़ेक्ट फ़ाउण्डेशन में पढ़ाई कर रही है। वर्षा धु्रव के दोनों हाथ नहीं है, लेकिन अपने पैरों से सारे काम कर लेती हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कलाई में महतारी वंदन योजना से लाभान्वित 10 महिलाओं ने राखी बांधीं।
जवानों को बांधी गई राखी
रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के प्रेम का प्रतीक है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं। माओवाद प्रभावित बीजापुर में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों के लिए यह दिन विशेष रूप से भावुकता पूर्ण हो गया। जब बीजापुर के विभिन्न सुरक्षा कैंपों में जहां सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षाबलों के जवान अपने कर्तव्य का पालन करते हुए तैनात हैं, वहां की स्थानीय बहनों ने आकर जवानों की कलाईयों में राखी बांधी। जवानों के लिए यह पल भावनाओं से भरा हुआ था। घर से दूर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए ये जवान अपने परिवार से नहीं मिल पाते हैं लेकिन बीजापुर की इन बहनों ने उनकी कलाईयों में राखी बांधकर उन्हें अपने परिवार की याद दिला दी