अंधविश्वास मिटाने और वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यहां तक कि संविधान ने भी वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए निर्देशक सिद्धांत रखे हैं.कोई अदालत इस प्रकार का आदेश कैसे जारी कर सकती है? सरकार डसे कैसे लागू कर सकती है?
अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि जब धाबोलकर की हत्या हुई, तो इस अंधविश्वास पहलू से निपटने के लिए एक कानून बनाया गया था. फिर भाटिया परिवार के 11 सदस्यों ने अंधविश्वास के कारण आत्महत्या कर ली और केरल में 2 महिलाओं की इसी वजह से हत्या कर दी गई. फिर दो हप्ते पहले हाथरस में 121 की मौत हो गई.
अदालत यह निर्देश कैसे दे सकती?
चीफ जस्टिस ने कहा कि यह शिक्षा के बारे में भी है और धारणा यह है कि आप जितना अधिक शिक्षित होंगे, आपका रुझान इन पर नहीं होगा. लेकिन अदालत वैज्ञानिक सोच बढ़ाने का निर्देश कैसे दे सकती है? सीजेआई ने कहा कि संविधान में राज्यों को अंधविश्वास मिटाने और वैज्ञानिक सोच विकसित करने का निर्देश है.
सीजेआई ने कहा कि ऐसी हजारों चीजें हैं, जो बच्चों को पाठ्यक्रम में सीखनी चाहिए. लेकिन सभी होनी चाहिए. आप परिवार, दोस्तों आदि के जरिए बहुत कुछ सीखते हैं. संसद हस्तक्षेप कर सकती है और व्यापक हितधारक परामर्श के बाद वैज्ञानिक स्वभाव के लिए एक कानून बना सकती है, लेकिन हम इसमें हस्तक्षेप के लिए तैयार नहीं है.