जांजगीर-चांपा जिले में गर्भवती महिला की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गईं। मृतका की उम्र 20 साल थी और वह 4 महीने की गर्भवती थी। FIR के बाद पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर धुवंतो सिकदार को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना नवागढ़ थाना इलाके की है। जानकारी के मुताबिक, हीरागढ (टुरी) गांव की की रुखमणी कश्यप को कुछ दिनों से हाथ-पैर में दर्द की शिकायत थी। डस बीच 1 सितंबर 2024 की रात लगभग 9-10 तकलीफ बढ़ने लगी तो पास के ही एक डॉक्टर को परिजन ने बुलाया।
इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी तबीयत
परिजनों ने सिऊड गांव के डॉक्टर धरुंतो सिकदार को बुलाया। उसने घर पहुंचकर जांच की और एक इंजेकशन लगाकर चला गया। इसके बाद महिला की तबीयत और बिगड़ने लगी। तेज बुखार के साथ खांसी और नाक-मुंह से खून निकलने लगा।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
महिला की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे इलाज के लिए नवागढ़ सीएससी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर नवागढ़ थाने में मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया।
पीएम रिपोर्ट से हुई जानकारी
शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में गर्भवती महिला की गलत इंजेकशन लगाने के कारण मौत होने की जानकारी दी गई। परिजन की शिकायत पर नवागढ़ थाने में धारा 105 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस आरोपी डॉक्टर धरुवंतो सिकदार की तलाशी में जुट गईं।
इसके बाद आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के कब्जे से पुलिस को कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। पुलिस ने जब डॉक्यूमेंट को लेकर BMO से बात की तो उन्होंने इसे फर्जी बताया है।
बिलासपुर संभाग में लगातार सामने आ रही घटनाएं
बिलासपुर संभाग में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। जांजगीर-चांपा में महिला की मौत से पहले ही 2 महीने में 8 लोगों की मौत हो चुकी थी। कुछ केस में राजस्व अफसरों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए क्लीनिक भी सील किए हैं।