सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एक बार फिर खबर का असर देखने को मिला है। यहां जिले के नगर पंचायत जैजैपुर के अध्यक्ष ने CMO पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। जिसके बाद अब इस फर्जीवाड़े की जांच शुरू हो गई है।जांच शुरू होते ही फर्जीवाड़े करने वालों में हड़कंप मच गई है।
कलेक्टर ने मामले को संज्ञान लिया है और पूरे मामले के जांच के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद संयुक्त कलेक्टर कुमार विश्वास व पीडब्ल्यूडी एसडीओ राकेश द्ववेदी नगर पंचायत जैजैपुर पहुंचे और सभी दस्तावेजों की जांच की अधिकारियों के आने के बाद बाबू कार्यालय से नदारत मिले जिसे नोटिस जारी किया गया हैं।वहीं सभी दस्तावेज़ों की बारीकी से जांच की जा रही हैं।
आपको बता दे कि जैजैपुर सीएमओ और बाबू ने मिलकर 49 की करोड़ो रूपये का चेक गलत तरीके से काटने का आरोप नगर पंचायत अध्यक्ष सोनसाय देवांगन ने लगाया था।
सीएमओ और बाबु ने मिलकर किया घोटाला
दरअसल नगर पंचायत जैजैपुर सीएमओ विष्णुप्रसाद गहरवार व श्याम सुंदर साहू दोनों मिलकर ठेकेदारों के नामों पर फर्जी चेक काटकर करोडों रुपए डकार लिए हैं। जिस ठेकेदारों के नामों में चेक कटा है उस ठेकेदारों के द्वारा नगर पंचायत में कोई सामग्री की खरीदी नहीं कि गई और न ही कोई काम किया गया है। उसके बावजूद भी सीएमओ ने बाबू के साथ मिलकर करोडों रूपए का चेक काटकर बैंकों से मिलीभगत करके करोडों रुपए का धोखाधड़ी किया गया है।हैरान वाली बात है कि जिस ठेकेदारों के नाम पर चेक कटा है उन ठेकेदारों के खाते में पैसे नहीं डाला गया। बल्कि सीएमओ व बाबू को बैंक के कर्मचारियों ने पैसे का भुगतान कर दिया है। फर्जीवाड़े की खबर दिखाए जाने के बाद जांच टीम जांच के लिए पहुँची और जांच शुरू कर दी गई है। जांच टीम जब पहुंची तब फर्जीवाड़े करने वाले बाबू जवाब देने के बजाय डर से भाग गया और जब बुलाया गया तब भी नहीं पहुँचा। फिर जांच टीम ने बाबू के मकान में नोटिस चस्पा कर 24 घंटे के अंदर पहुँचने कहा गया है और नहीं पहुँचने पर कार्रवाई करने की बात कही गई है।