छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) में सिस्टम पूरी तरह से खाट पर पहुंच गया है. गुरुवार को सूरजपुर के सरहदी इलाका बिहारपुर के सपहा गांव में उल्टी दस्त से पीड़ित महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए तकरीबन 2 किलोमीटर कावड़ में लादकर ले जाया गया
2 KM कावड़ में लादकर ले जाया गया
आए दिन जिले में ऐसी तस्वीरें देखने को मिलती हैं, जिसमें खाट पर लिटाकर कई किलोमीटर चलकर मुख्य मार्ग तक मरीज को पहुंचाया जाता है.पिछले एक सप्ताह की बात करें तो दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जो जिला प्रशासन पर सवाल खड़े करते हैं. वहीं, जिला प्रशासन की अनदेखी से स्थानीय लोग भी काफी नाराज हैं और स्थिति में सुधार की गुहार लगा रहे हैं.आज एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए तकरीबन 2 किलोमीटर कावड़ में लादकर परिजन पहंचे
एक सप्ताह में ऐसे 2 केस आए सामने
इसके बाद एंबुलेंस की मदद से पीड़ित महिला को अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहां इलाज के बाद उसकी स्थिति सामान्य बताई गई. इस तरह का यह जिले का पहला मामला नहीं है, पिछले एक सप्ताह की बात करेंतो ऐसे दो मामले सामने आए हैं
ग्रामीणों में आक्रोश
इन तस्वीरों के पीछे की वजह यह है कि जिले में आज भी कई इलाके ऐसे हैं, जो पहुंच विहीन हैं, जिसकी वजह से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती है. मजबूरन ग्रामीणों को खाट में लेटाकर कई किलोमीटर की दूरी तयकर एंबुलेंस तक पहुंचाना पड़ता है. ग्रामीणों के द्वारा पिछले कई वर्षों से मुख्य सड़क से गांव को जोड़ने के लिए सड़क बनाने की मांग की जाती रही है. बावजूद इसके जिला प्रशासन कुंभकरणीय नींद में सो रहा है, जिसको लेकर अब ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है.